पूरी दुनिया में कुनियोजित विकास के नारों से कई तरह की विसंगतियाँ पैदा हो गई है ,जिससे आनेवाले दिनों की स्थिति और बदतर होनेवानी है .भारत की परिस्थिति तो जग जाहिर है.विश्व गुरु कहा जानेवाला यह देश आज कहाँ खड़ा है?यह गंभीर प्रश्न हम सबों के सामने है .
अगर हम देश की वर्तमान दुर्दशा पर धैर्य पूर्वक गहराई से सोचें तो इसके कई कारणों में प्रमुख रूप से आम आदमी की अज्ञानता और खास आदमी की मनमानी के अलावा बीच के लोगों की उदासीनता पर नज़र जाती है.
आखिर कबतक हम यों ही खामोश होकर यह सब देखते रहेंगे ? वतन पर मर मिटने वाले शहीदों ने इसलिए हमलोगों के हवाले देश को नहीं किया था की आने वाली पीढ़ी हमें इस बात पर गाली दें की पुरखों की इस धरोहर की हिफाजत हम नहीं कर सकें.
यदि आप चाहते है कि हालात में बदलाव आये तो हाथ पर हाथ रखकर बैठने के बजाये कमर कसकर मजबूत इरादों के साथ आगे आये. हम आपके साथ चलने का इंतजार कर रहे है ....
हम सभी अपनी उदासीनता छोड़कर आम आदमी की अज्ञानता को दूर कर खास आदमी की मनमानी को रोकते हुये समाज को सम्यक समृधि की ओर ले जाते हुये लोकतान्त्रिक मूल्यों की पूरी तरह से रक्षा करें ताकि प्रत्येक आदमी का समग्र विकास हो सके जिससे देश और दुनिया में अमन कायम हो सके .
समस्याओं को गिनवाने में नहीं बल्कि उसके निराकरण की दिशा में सार्थक पहल होनी चाहिए . इसी क्रम में हम समाज के हर उम्र और वर्ग के लोगों को साथ जोड़कर एक ऐसा माहौल बनाये ,जहाँ परस्पर प्रेम और सोहार्द की अविरल धारा बहती रहे ...
तो आइये SOCIETY OF SOCIAL OPINION (SOSO) नामक एक संस्था आपके इन विचारों को मूर्त रूप देने में सहयोग करने को उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रही है ... संपर्क -9955773232
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