Saturday 29 September 2012
Thursday 20 September 2012
संकल्प गान
राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा द्वारा रचित एक
संकल्प गान
इंसानियत के रास्ते पे चलकर
जहाँ एक नया हम बनायें
औरों के अश्कों को धोकर
सपने दूँ सुंदर नयन में
फासले दिलों का मिटाकर
दीये प्रेम का हम जलायें
संकल्प गान
इंसानियत के रास्ते पे चलकर
जहाँ एक नया हम बनायें
औरों के अश्कों को धोकर
सपने दूँ सुंदर नयन में
फासले दिलों का मिटाकर
दीये प्रेम का हम जलायें
इंसानियत के ...
सागर से गहरा आसमां से भी ऊँचा
हौसला मचलता हो मन में
बहे शांति धारा ह्रदय में
ज्ञान की रोशनी में हम नहायें
आगे बढ़े सबको लेकर
पूरी दुनिया को घर हम बनायें
इंसानियत के ...
सागर से गहरा आसमां से भी ऊँचा
हौसला मचलता हो मन में
बहे शांति धारा ह्रदय में
ज्ञान की रोशनी में हम नहायें
आगे बढ़े सबको लेकर
पूरी दुनिया को घर हम बनायें
इंसानियत के ...
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