Thursday, 20 September 2012

संकल्प गान

 राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा द्वारा रचित एक

संकल्प गान

इंसानियत के रास्ते पे चलकर
जहाँ एक नया हम बनायें
औरों के अश्कों को धोकर
सपने दूँ सुंदर नयन में
फासले दिलों का मिटाकर
दीये प्रेम का हम जलायें

इंसानियत के ...
सागर से गहरा आसमां से भी ऊँचा
हौसला मचलता हो मन में
बहे शांति धारा ह्रदय में
ज्ञान की रोशनी में हम नहायें
आगे बढ़े सबको लेकर
पूरी दुनिया को घर हम बनायें
इंसानियत के ...

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