राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा
-एक नज़र में
ज्ञान,सेवा और शांति को व्यक्तिगत जीवन का आधार मानते हुए राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा को आम आदमी के लिए रोजी,रोटी और सम्मान देने वाले कार्यों में पूर्ण विश्वास है और इस दिशा में वे अनवरत प्रयत्नशील हैं.6 जनवरी 1968 को बिहार प्रांत के सीतामढ़ी जिला अंतर्गत कमलदह गाँव में एक किसान परिवार में उनका जन्म हुआ.उनके पिता श्री नेवालाल सिंह उच्च विद्यालय में शिक्षण कार्य करते हुए समाज सेवा में गहरी दिलचस्पी रखते आए है.उनके पिता के सामाजिक संदर्भो का इतना असर श्री कुशवाहा पर हुआ कि वे बचपन में ही खूब पढ़ लिख कर समाज सेवा करने का ही मन बना लिया.यही कारण है की अति मेधावी होने के बावजूद भी उन्होंने सरकारी नौकरियों की ओर ध्यान नहीं दिया.हमेशा अपने वर्ग में प्रथम आने वाले श्री कुशवाहा अति विशिष्ट अंकों से मैट्रिक परीक्षोपरांत पटना विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में वनस्पति शास्त्र में एम.एससी. की डिग्री हासिल कर वहीं से बी.एड. तथा मगध विश्वविद्यालय से एल.एल.बी. किया.
कला एवं साहित्य में गहरी अभिरुचि होने के करण श्री सिहं वर्षों से पत्रकारिता एवं स्वतन्त्र लेखन से भी जुड़े हुए है . देश के विभिन्न पत्र – पत्रिकओं में उनके आलेख,कहानी,कविता,लघुकथा आदि प्रकाशित हो चुके हैं .उन्होंने “तीसरी आँख”नामक एक मासिक पत्रिका का वर्षों तक संपादन किया है.”मंडल कमीशन रिपोर्ट”तथा “राम जन्म-भूमि बनाम बाबरी मस्जिद”पर उनके द्वारा लिखित अलग-अलग पुस्तिका काफी चर्चित रही है.संप्रति वे नई दिल्ली से प्रकाशित "जन अधिकार टाइम्स " के सह सम्पादक तथा पटना से प्रकाशित “सोसो टाइम्स “नामक एक वेब पत्रिका के संपादक हैं.आकाशवाणी,दूरदर्शन एवं रंगमंचों के कार्यक्रमों में शामिल श्री कुशवाहा कई सांस्कृतिक आयोजनों के सफल उदघोषक भी रहे हैं तथा वे सोसो फिल्मस मुंबई से भी सम्बद्ध हैं. पटना सायंस कॉलेज में अध्ययन के क्रम में समाजवादी विचारधारा से प्रभावित होकर श्री कुशवाहा छात्र राजनीति में सक्रिय हुए .वे 1996से1999तक छात्र समता के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में विभिन्न आन्दोलनों का नेतृत्व करते हुए कई बार जेल गए और पुलिस प्रहारों में घायल हुए.बाद में जनता दल(यू)के प्रदेश महासचिव के साथ-साथ बिहार सरकार के बीस सूत्री कमिटि के प्रदेश सदस्य रहकर कई उल्लेखनीय कार्य किया. वे 2010 के विधान सभा चुनाव में सीतामढ़ी क्षेत्र से लोजपा प्रत्याशी के रूप में 47000 से ज्यादा मत प्राप्त किया.बाद में लोजपा के प्रदेश प्रधान महासचिव के रूप में पार्टी में नयी जान फूँककर विपक्ष की सशक्त आवाज बनें.लोजपा का भाजपा के साथ गठबंधन से असहमत होकर पी ए संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी में शामिल होकर राष्ट्रीय महासचिव के रूप में बिहार में संगठन को मजबूत बनाया.संगमा जी के निधन के बाद श्री पप्पू यादव जी के नेतृत्व में जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता बने.अभी इसी पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष के पद पर गतिशील है.
इसके अतिरिक्त सम्प्रति वे आर्थिक गैरबराबरी के खिलाफ ‘आर्थिक न्याय आन्दोलन’ एवं सामाजिक तथा राजनैतिक सुधारों के लिए ‘बदलाव अभियान’ के बैनर तले सक्रिय हैं.वंचित वर्गों में शिक्षा के प्रसार हेतु नेगवीरा युनिवर्सल एडुकेशन के निदेशक के रूप में भी सक्रिय हैं.
ज्ञान,सेवा और शांति को व्यक्तिगत जीवन का आधार मानते हुए राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा को आम आदमी के लिए रोजी,रोटी और सम्मान देने वाले कार्यों में पूर्ण विश्वास है और इस दिशा में वे अनवरत प्रयत्नशील हैं.6 जनवरी 1968 को बिहार प्रांत के सीतामढ़ी जिला अंतर्गत कमलदह गाँव में एक किसान परिवार में उनका जन्म हुआ.उनके पिता श्री नेवालाल सिंह उच्च विद्यालय में शिक्षण कार्य करते हुए समाज सेवा में गहरी दिलचस्पी रखते आए है.उनके पिता के सामाजिक संदर्भो का इतना असर श्री कुशवाहा पर हुआ कि वे बचपन में ही खूब पढ़ लिख कर समाज सेवा करने का ही मन बना लिया.यही कारण है की अति मेधावी होने के बावजूद भी उन्होंने सरकारी नौकरियों की ओर ध्यान नहीं दिया.हमेशा अपने वर्ग में प्रथम आने वाले श्री कुशवाहा अति विशिष्ट अंकों से मैट्रिक परीक्षोपरांत पटना विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में वनस्पति शास्त्र में एम.एससी. की डिग्री हासिल कर वहीं से बी.एड. तथा मगध विश्वविद्यालय से एल.एल.बी. किया.
कला एवं साहित्य में गहरी अभिरुचि होने के करण श्री सिहं वर्षों से पत्रकारिता एवं स्वतन्त्र लेखन से भी जुड़े हुए है . देश के विभिन्न पत्र – पत्रिकओं में उनके आलेख,कहानी,कविता,लघुकथा आदि प्रकाशित हो चुके हैं .उन्होंने “तीसरी आँख”नामक एक मासिक पत्रिका का वर्षों तक संपादन किया है.”मंडल कमीशन रिपोर्ट”तथा “राम जन्म-भूमि बनाम बाबरी मस्जिद”पर उनके द्वारा लिखित अलग-अलग पुस्तिका काफी चर्चित रही है.संप्रति वे नई दिल्ली से प्रकाशित "जन अधिकार टाइम्स " के सह सम्पादक तथा पटना से प्रकाशित “सोसो टाइम्स “नामक एक वेब पत्रिका के संपादक हैं.आकाशवाणी,दूरदर्शन एवं रंगमंचों के कार्यक्रमों में शामिल श्री कुशवाहा कई सांस्कृतिक आयोजनों के सफल उदघोषक भी रहे हैं तथा वे सोसो फिल्मस मुंबई से भी सम्बद्ध हैं. पटना सायंस कॉलेज में अध्ययन के क्रम में समाजवादी विचारधारा से प्रभावित होकर श्री कुशवाहा छात्र राजनीति में सक्रिय हुए .वे 1996से1999तक छात्र समता के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में विभिन्न आन्दोलनों का नेतृत्व करते हुए कई बार जेल गए और पुलिस प्रहारों में घायल हुए.बाद में जनता दल(यू)के प्रदेश महासचिव के साथ-साथ बिहार सरकार के बीस सूत्री कमिटि के प्रदेश सदस्य रहकर कई उल्लेखनीय कार्य किया. वे 2010 के विधान सभा चुनाव में सीतामढ़ी क्षेत्र से लोजपा प्रत्याशी के रूप में 47000 से ज्यादा मत प्राप्त किया.बाद में लोजपा के प्रदेश प्रधान महासचिव के रूप में पार्टी में नयी जान फूँककर विपक्ष की सशक्त आवाज बनें.लोजपा का भाजपा के साथ गठबंधन से असहमत होकर पी ए संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी में शामिल होकर राष्ट्रीय महासचिव के रूप में बिहार में संगठन को मजबूत बनाया.संगमा जी के निधन के बाद श्री पप्पू यादव जी के नेतृत्व में जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता बने.अभी इसी पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष के पद पर गतिशील है.
इसके अतिरिक्त सम्प्रति वे आर्थिक गैरबराबरी के खिलाफ ‘आर्थिक न्याय आन्दोलन’ एवं सामाजिक तथा राजनैतिक सुधारों के लिए ‘बदलाव अभियान’ के बैनर तले सक्रिय हैं.वंचित वर्गों में शिक्षा के प्रसार हेतु नेगवीरा युनिवर्सल एडुकेशन के निदेशक के रूप में भी सक्रिय हैं.
Bahut khoob Sriman Ji
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